Retirement Poem.. 'An Ode to my Mother'
ये अंत एक नई शुरुआत है
नये दिन की
नये सवेरे की
यादें पुरानी रह जाएंगी पिछे
नई राहें अब आपको अपनी तरफ है खींचे
जिंदगी भर किया जो काम
अब समय है करने का आराम
खुशियाँ होंगी अब बेफिक्र
सिर्फ सुख चैन का होगा अब ज़िक
जी ली जिंदगी दुनिया के लिए
अब अपने सपनों के लिए जीना है
पल आते जाते रहेंगे अब
हर दिन आपका अब एक नया खिलौना है
सपनों को दिल खोल के दो उड़ान
कि फिर ना रह जाए जिंदगी से कोई गिले शिकवे और सवाल
नया दोर है नई है राहें
सब आपका रास्ता देखे खोले बाहें
Happy retirement mom
By Dreamingvet™
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